ज्योतिष में नवतारा चक्र (Navtara Chakra) एक महत्वपूर्ण चक्र है जो नक्षत्रों के आधार पर व्यक्ति की ग्रहों से संबंधित जन्म नक्षत्र की व्याख्या करता है। यह चक्र नक्षत्रों के आधार पर निर्मित होता है और ज्योतिषी इसे जानकारी के लिए उपयोग करते हैं।

नवतारा चक्र में, नक्षत्रों को तीन वर्गों में विभाजित किया जाता है:

  1. देव नक्षत्र (Dev Nakshatra): इस वर्ग में स्थित नक्षत्रों के द्वारा व्यक्ति की देवी शक्ति का प्रतिष्ठान होता है। इन नक्षत्रों से संबंधित ग्रह व्यक्ति को धार्मिकता, विद्या, ब्रह्मचर्य, और उच्च आदर्शों का प्रतिष्ठान करते हैं।
  2. मानव नक्षत्र (Manav Nakshatra): इस वर्ग में स्थित नक्षत्रों के द्वारा व्यक्ति की मानवीय शक्ति का प्रतिष्ठान होता है। इन नक्षत्रों से संबंधित ग्रह व्यक्ति को मानवीय संबंध, सामाजिक स्थिति, स्वाधीनता, और न्याय की प्राप्ति करते हैं।
  3. राक्षस नक्षत्र (Rakshas Nakshatra): इस वर्ग में स्थित नक्षत्रों के द्वारा व्यक्ति की राक्षसी शक्ति का प्रतिष्ठान होता है। इन नक्षत्रों से संबंधित ग्रह व्यक्ति को अहंकार, स्वार्थ, उत्पीड़न, और क्रूरता का प्रतिष्ठान करते हैं।

नवतारा चक्र व्यक्ति के जीवन पथ, स्वभाव, और गुणों की व्याख्या करने में मदद करता है। ज्योतिषी इसे उपयोग करके व्यक्ति के जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में संतुलन, सफलता, और समृद्धि के लिए मार्गदर्शन करते हैं।