अश्विनी नक्षत्र ज्योतिष में पहला नक्षत्र है और यह मेष राशि में स्थित होता है। इस नक्षत्र का स्वामी नक्षत्र देवता अश्विनी कुमार होते हैं, जो देवताओं के चिकित्सक और उपचारक माने जाते हैं।
अश्विनी नक्षत्र में जन्मे लोग आकर्षक, सक्रिय और क्रियाशील होते हैं। उन्हें कार्यों में तेजी और स्वतंत्रता पसंद होती है। इस नक्षत्र के जातक अवांछित बालकों की तरह प्रतीत हो सकते हैं, जिनका जीवन बचपन की रंगीन खेल-खिलौने से भरा होता है।
अश्विनी नक्षत्र के जातक नवचंचल, सुशील, स्वस्थ और प्राकृतिक रूप से प्रबल होते हैं। वे तकनीकी दक्षता और नवीनता में रुचि रखते हैं और काम में नये और आविष्कारिक तरीके आवेदन करने की क्षमता रखते हैं।
ये लोग बुद्धिमान, उत्कृष्ट संवादशील और प्रफुल्लित व्यक्तित्व होते हैं। उन्हें नये चुनौतियों का सामना करना पसंद होता है और वे जीवन के साथ हर पल खुद को समय-समय पर नवीनीकृत करने का प्रयास करते हैं।
अश्विनी नक्षत्र व्यक्ति को उच्च शक्ति और प्रभाव देता है। यह नक्षत्र अपार सामरिक क्षमता और नेतृत्व की संकेत करता है। जातक को आगे बढ़ने की प्रवृत्ति, अनुकरणीयता और कार्यों में सक्रियता का ज्ञान होता है।
इसलिए, अश्विनी नक्षत्र जातक ज्योतिष में आवेदकों को एक अद्वितीय और शक्तिशाली प्रभाव प्रदान करते हैं। इनकी प्रकृति में उत्कृष्टता, नयापन, विद्यार्थी रूपांतरण और तत्परता के गुण होते हैं।