क्रूर नक्षत्र

क्रूर नक्षत्र ज्योतिष में क्रूर नक्षत्र के रूप में जाने जाते हैं। ये नक्षत्र निम्नलिखित होते हैं: ये नक्षत्र ज्योतिष में क्रूर नक्षत्र के रूप में माने जाते हैं, और उनका प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर तुष्टि, रोग, विपत्ति, संकट, आपदा आदि को प्रभावित कर सकता है। इन नक्षत्रों के व्यक्ति में ज्यादातर क्रूरता, उग्रता, […]

ज्योतिष में ‘राजयोग’

ज्योतिष में ‘राजयोग’ एक महत्वपूर्ण योग है जो जातक को उच्च स्थान और सत्ताधिष्ठान प्रदान करता है। राजयोग के उपस्थित होने पर व्यक्ति को उच्च सामरिक, आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक स्थिति में सुख और सफलता मिल सकती है। यह व्यक्ति के जीवन में उच्चतम पदों को प्राप्त करने के लिए एक महत्वपूर्ण कारक माना जाता […]

ज्योतिष में गुण मिलान

ज्योतिष में गुण मिलान (Guna Milan) विवाह के निर्धारण या कुंडली मिलान का एक महत्वपूर्ण अंग है। गुण मिलान विधि ज्योतिषीय परंपरा में व्याप्त है और विवाह के लिए योग्यता की जांच करने के लिए उपयोग की जाती है। गुण मिलान में दो व्यक्तियों की जन्म कुंडलियों का विश्लेषण किया जाता है और उनके बीच […]

कालसर्प योग

ज्योतिष में ‘कालसर्प योग’ एक दोष है जो कुंडली में उत्पन्न होता है। कालसर्प योग को सर्प ग्रह (राहु और केतु) के संयोग के रूप में परिभाषित किया जाता है। इस योग में राहु और केतु के बीच कोई ग्रह नहीं होता है या उनके साथ केवल एक या दो ग्रह ही होते हैं। कालसर्प […]

ज्योतिष में विवाह के समय का पता

ज्योतिष में विवाह के समय का पता लगाने के लिए कई ग्रहों, नक्षत्रों, और कुंडली के तत्वों का विश्लेषण किया जाता है। यहां कुछ मुख्य तत्व बताए गए हैं जिनका उपयोग विवाह के समय की जांच में किया जाता है: यह संक्षेप में कुछ मुख्य तत्व हैं, लेकिन विवाह के समय का पता लगाने के […]

2022-2025 शनि का कुंभ राशि में प्रवेश

शनि का कुंभ राशि में प्रवेश ज्योतिष में महत्वपूर्ण घटना होती है और इसका महत्वपूर्ण प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर पड़ता है। यह घटना अक्टूबर 2022 से मार्च 2025 तक चलेगी। कुंभ राशि शनि की मूल राशि है, इसलिए जब शनि कुंभ राशि में प्रवेश करता है, तो इसका प्रभाव गहन होता है। यह प्रभाव […]

ज्योतिष में नवतारा चक्र

ज्योतिष में नवतारा चक्र (Navtara Chakra) एक महत्वपूर्ण चक्र है जो नक्षत्रों के आधार पर व्यक्ति की ग्रहों से संबंधित जन्म नक्षत्र की व्याख्या करता है। यह चक्र नक्षत्रों के आधार पर निर्मित होता है और ज्योतिषी इसे जानकारी के लिए उपयोग करते हैं। नवतारा चक्र में, नक्षत्रों को तीन वर्गों में विभाजित किया जाता […]

ज्योतिष में जन्म नक्षत्र

ज्योतिष में जन्म नक्षत्र (Janma Nakshatra) एक महत्वपूर्ण आधार है। जन्म नक्षत्र व्यक्ति के जन्म के समय चंद्रमा के स्थान के आधार पर निर्धारित किया जाता है। नक्षत्र सूचक होते हैं कि चंद्रमा उस समय किस नक्षत्र में स्थित था जब व्यक्ति का जन्म हुआ था। हिन्दू ज्योतिष में, नक्षत्रों की कुल संख्या 27 होती […]

मांगलिक दोष

ज्योतिष में “मांगलिक दोष” एक विशेष गुणमिलान है जो विवाहित जोड़े के बीच शादी के मुख्य आधार में देखा जाता है। इसमें मंगल ग्रह (मार्स) की स्थिति और संयोग को विचार में लिया जाता है। यह माना जाता है कि जब किसी व्यक्ति की जन्मकुंडली में मंगल ग्रह की विशेष स्थिति होती है, तो उसे […]

गुरु चांडाल योग

ज्योतिष में “गुरु चांडाल योग” का प्रभाव व्यक्ति की जन्मकुंडली के आधार पर भिन्न हो सकता है। यह योग कुछ मामलों में अशुभ माना जाता है, जबकि दूसरे मामलों में यह शुभ माना जाता है। यहां कुछ मामले दिए गए हैं, जिनमें गुरु चांडाल योग के प्रभाव की चर्चा की जाती है: इसके अलावा, गुरु […]

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