ग्रह देवताओं को हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। इन देवताओं को नवग्रह कहा जाता है और इन्हें निम्नलिखित नौ ग्रहों के रूप में पहचाना जाता है:

  1. सूर्य (Sun): सूर्य ग्रह को सबसे प्रमुख ग्रह माना जाता है। इसे सूर्य देवता का अवतार माना जाता है और इसका महत्वपूर्ण योगदान जीवन के लिए ऊर्जा, रोशनी, स्वास्थ्य, अध्ययन, और प्रगति में होता है।
  2. चंद्र (Moon): चंद्र ग्रह को अन्य महत्वपूर्ण ग्रहों के साथ संयोग में देखा जाता है। इसे चंद्रमा देवता का अवतार माना जाता है और इसका महत्वपूर्ण योगदान मनोबल, भावनाएं, परिवार, संबंध, और सुख-शांति में होता है।
  3. मंगल (Mars): मंगल ग्रह को शक्तिशाली और प्रबल माना जाता है। इसे वीर देवता का अवतार माना जाता है और इसका महत्वपूर्ण योगदान ऊर्जा, साहस, क्रियाशीलता, और विजय प्राप्ति में होता है।
  4. बुध (Mercury): बुध ग्रह को ज्ञान, बुद्धि, और बुद्धि का प्रतीक माना जाता है। इसे बुद्ध देवता का अवतार माना जाता है और इसका महत्वपूर्ण योगदान विद्या, वाणी, संचार, और व्यापार में होता है।
  5. गुरु (Jupiter): गुरु ग्रह को ज्ञान, दान, और भक्ति का प्रतीक माना जाता है। इसे बृहस्पति देवता का अवतार माना जाता है और इसका महत्वपूर्ण योगदान ज्ञान, संपत्ति, धर्म, और समृद्धि में होता है।
  6. शुक्र (Venus): शुक्र ग्रह को सौंदर्य, कला, सुख, और प्रेम का प्रतीक माना जाता है। इसे शुक्र देवता का अवतार माना जाता है और इसका महत्वपूर्ण योगदान कला, सौंदर्य, सुख, और सामाजिक संबंधों में होता है।
  7. शनि (Saturn): शनि ग्रह को कर्म, न्याय, और धैर्य का प्रतीक माना जाता है। इसे शनि देवता का अवतार माना जाता है और इसका महत्वपूर्ण योगदान कर्म, न्याय, धैर्य, और सामाजिक न्याय में होता है।
  8. राहु (Rahu): राहु ग्रह को अस्तित्व, रहस्य, और माया का प्रतीक माना जाता है। इसे राहु देवता का अवतार माना जाता है और इसका महत्वपूर्ण योगदान रहस्य, समय, और आध्यात्मिक विकास में होता है।
  9. केतु (Ketu): केतु ग्रह को छिपी हुई शक्ति, संदेह, और छवि का प्रतीक माना जाता है। इसे केतु देवता का अवतार माना जाता है और इसका महत्वपूर्ण योगदान आध्यात्मिक जागरण, अन्तर्ज्ञान, और छवि में होता है।

ये नौ ग्रह व्यक्ति के जीवन, व्यक्तित्व, और दैनिक कार्यों पर प्रभाव डालते हैं, जो ज्योतिष में अध्ययन किया जाता है। उनके स्थान, संयोग, और दशा की विश्लेषण के माध्यम से ज्योतिषी व्यक्ति को समस्याओं का समाधान और उच्चतम अवस्था की प्राप्ति के लिए मार्गदर्शन करते हैं।